कैमूर टाइम्स/भभुआ। रामगढ़ में उपद्रव के मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर कैमूर पुलिस लोगों का विश्वास बहाल करने में जुटी हुई है। इसके तहत उपद्रवियों पर कार्रवाई शुरू करने के बाद पुलिस ने कोताही बरतने वाले अपने अधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू की है। ताजा घटनाक्रम के तहत कैमूर पुलिस अधीक्षक मोहम्मद फरोगुद्दीन ने रामगढ़ थानाध्यक्ष पुलिस अवर निरीक्षक समीर कुमार को निलंबित करते हुए पुलिस निरीक्षक सर्वेंदु शरद को रामगढ़ का नया थानाध्यक्ष बनाया है। एसपी ने थाना में प्रतिनियुक्त आठ पुलिस पदाधिकारियों के साथ पूरे सशस्त्र बल को लाइन हाजिर कर दिया है।
इसके साथ ही पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष मोहनियां, पुलिस निरीक्षक अंचल प्रभाग भभुआ, थानाध्यक्ष कुदरा, दुर्गावती, नुआंव, सोनहन, भगवानपुर, कुढ़नी, कुछिला से स्पष्टीकरण की मांग की गई है। एसपी ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मोहनियां के अंगरक्षक सिपाही, उनके आवास में प्रतिनियुक्त 6 सिपाहियों, पुलिस निरीक्षक मोहनियां अंचल के अंगरक्षक सिपाही, टीयर गैस के 6 सिपाहियों व बज्र वाहन के 2 पदाधिकारियों से भी स्पष्टीकरण मांगा है। स्पष्टीकरण का संतोषजनक जवाब नहीं देने पर कार्रवाई करने की बात कही गई है। बता दें कि रामगढ़ के बड़ौरा गांव की एक महादलित छात्रा की मौत को लेकर गत 18 जनवरी को विरोध प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने रामगढ़ थाना को फूंक दिया था और पुलिस के कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। स्थल पर शांति कायम करने के लिए गए मोहनिया एसडीपीओ रघुनाथ सिंह समेत कई पुलिस पदाधिकारी व कर्मी उपद्रवियों के हमले में घायल हो गए थे। इस मामले में पूर्व में करीब 200 नामजद तथा 2000 अज्ञात लोगों खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। कुछ आरोपितों की गिरफ्तारी भी की गई है।