भभुआ, कैमूर। कैमूर जिला के कुदरा प्रखंड के बसहीं गांव में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस का ऐतिहासिक मेला आरंभ हुआ। जिसके पहले दिन आयोजित घुड़दौड़ प्रतियोगिता में करीब आधा दर्जन घोड़ों ने हिस्सा लिया। घुड़दौड़ में रोहतास जिले के तिलौथू थानाक्षेत्र के उचैला गांव के घोड़े को प्रथम पुरस्कार दिया गया। उक्त घोड़ा उचैला गांव के निवासी चितरंजन सिंह का बताया गया है। जिसने अपने प्रदर्शन से दर्शकों का मन मोह लिया।
बताते चलें कि बसहीं गांव में हर साल गणतंत्र दिवस के दिन मेला लगता है जो खरीदारों के रहने पर करीब एक पखवाड़े तक चलता रहता है। मेला के आरंभ के मौके पर आयोजित घुड़दौड़ प्रतियोगिता आकर्षण का केंद्र रहती है। मेले में हमेशा की तरह चरखी, झूले व मनोरंजन के अन्य उपकरणों का बच्चे खूब आनंद उठा रहे हैं। गांव के निवासी प्रमोद पांडेय व माधव लाल सिंह ने बताया कि मेले में लगे अस्थाई जलपान गृह तथा खिलौनों व रोजमर्रा के इस्तेमाल वाली सामग्री की दुकानों पर भी खूब भीड़ लग रही है। बता दें कि अंग्रेजों के जमाने में बसहीं बसावन पुराने शाहाबाद जिले का एक प्रमुख प्रशासनिक केंद्र हुआ करता था। उसी समय से यहां का मेला काफी महत्वपूर्ण माना जाता रहा है, जहां पूरे शाहाबाद क्षेत्र के ग्रामीण जुटा करते थे। देश में संविधान लागू होने के बाद यह मेला 26 जनवरी के दिन से लगने लगा। आज भी बसहीं मेला में काठ की चौकियों के लिए कैमूर के साथ-साथ रोहतास व बक्सर जिलों से भी क्रेता व विक्रेता आते हैं। मेला में जांता, सील-लोढ़ा, ओखल-मूसल, चलनी, हंसुआ, खुरपी, कुदाल, फावड़ा, टांगी आदि जैसे घरेलू इस्तेमाल के उपकरणों की भी खूब खरीद बिक्री होती है।